माटी कहै कुम्हार से, क्या तू रौंदे मोहि।
एक दिन ऐसा होयगा, मैं रौदोंगी तोहि।।
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कबीर दास का जीवन परिचय एवं काव्यगत विशेषताएँ
माटी- मिट्टी, कहै- कहती है, रौंदे- कुचलना, मोहि- मुझे, होयगा- होगा, तोहि- तुझे।
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उपन्यास क्या है? | उपन्यास का इतिहास एवं प्रमुख उपन्यासकार
प्रस्तुत पद्यांश 'अमृतवाणी' नामक शीर्षक से लिया गया है। इसके रचनाकार 'कबीर दास' हैं।
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सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन 'अज्ञेय' का जीवन परिचय
प्रस्तुत पद्यांश में बताया गया है, कि किसी भी व्यक्ति की दुर्बलता का लाभ उठाकर उसे परेशान नहीं करना चाहिए।
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एकांकी क्या है? | एकांकी का इतिहास एवं प्रमुख एकांकीकार
मिट्टी कुम्हार से कहती है कि आज तुम मुझे निर्बल मानकर कुचल रहे हो। एक दिन मेरा भी वक्त आएगा। मैं तुम्हें कुचलूँगी। अर्थात् कुम्हार की मृत्यु होने के पश्चात् वह मिट्टी में मिल जाएगा। इस उदाहरण के माध्यम से सजग किया गया है कि दुर्बल मानकर किसी भी व्यक्ति को सताना नहीं चाहिए।
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जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय एवं काव्यगत विशेषताएँ
प्रस्तुत पद्यांश से सम्बन्धित महत्वपूर्ण तथ्य निम्नलिखित हैं–
1. प्रस्तुत पद्यांश में जीवन के सत्य को उजागर किया गया है।
2. सरल और सुबोध भाषा का प्रयोग किया गया है।
3. प्रस्तुत पद में शांत रस का प्रयोग किया गया है।
4. यह पद दोहा छंद का उदाहरण है।
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सूरदास का जीवन परिचय एवं काव्यगत विशेषताएँ
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1. छायावाद– विशेषताएँ एवं प्रमुख कवि
2. रहस्यवाद (विशेषताएँ) तथा छायावाद व रहस्यवाद में अंतर
3. प्रगतिवाद– विशेषताएँ एवं प्रमुख कवि
4. प्रयोगवाद– विशेषताएँ एवं महत्वपूर्ण कवि
5. नई कविता– विशेषताएँ एवं प्रमुख कवि
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
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