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हड़प्पा सभ्यता से प्राप्त मृद्भाण्ड एवं आभूषण | Pottery and Jewelery from Harappan Civilization

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मृद्भाण्ड- हड़प्पा सभ्यता के पुरास्थलों से मुख्य रूप से दो प्रकार के मृद्भाण्ड प्राप्त हुए हैं- साधारण मृद्भाण्ड और चित्रित मृद्भाण्ड।

Potter- There are mainly two types of pottery found from the Harappan Civilization sites- ordinary pottery and painted pottery.

चित्रित मृद्भाण्डों को लाल-काले मृद्भाण्ड कहा जाता है। इन्हें सर्वप्रथम पूरी तरह से लाल किया जाता है। इसके बाद इन पर काले रंग के चित्र एवं डिजाइन बनाये जाते हैं। ये चित्रित मृद्भाण्ड कहलाते हैं। वृक्ष, पशु-पक्षी की आकृतियाँ और ज्यामितीय प्रतिरूप इसके विषय हैं। पुरास्थलों से चाक पर बनाये हुए मृद्भाण्ड प्राप्त हुए हैं। ये सर्वोत्तम हैं। इसके अतिरिक्त हस्तनिर्मित मृद्भाण्ड भी प्राप्त हुए हैं। कुछ रंग-बिरंगे डिजाइन वाले मृद्भाण्ड भी प्राप्त हुए हैं। ये दुर्लभ हैं।

Painted pots are called red-black pots. They are first completely reddened. After this, black colored pictures and designs are made on them. These are called painted pots. Trees, animal-bird figures and geometric patterns are its subjects. Chalk-made pottery has been found from the ancient sites. These are the best. Apart from this, handmade pottery has also been received. Some colorfully designed pots have also been found. These are rare.

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इन मृद्भाण्डों का निर्माण मुख्य रूप से तीन प्रयोजनों से किया जाता रहा होगा-
1. बड़े (सादे) मृद्भाण्डों का उपयोग अनाज एवं पानी रखने जैसे घरेलू प्रयोजनों के लिए किया जाता था।
2. आधे इंच से कम अर्थात् छोटे मृद्भाण्डों का प्रयोग आवास की सजावट के लिए किया जाता था।
3. कुछ मृद्भाण्डों के तल पर बड़ा छिद्र एवं चारों ओर छोटे-छोटे छिद्र बने हुए प्राप्त हुए हैं। शायद इसका प्रयोग शराब उलटने के लिए किया जाता था।

These pots must have been made mainly for three purposes-
1. Large (plain) pots were used for domestic purposes like storing grain and water.
2. Less than half an inch i.e. small pots were used for decoration of the house.
3. Large holes have been found at the bottom of some pots and small holes have been made all around. It was probably used to turn alcohol.

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आभूषण- हड़प्पा सभ्यता से प्राप्त आभूषण मूल्यवान धातुओं, रत्न से लेकर हड्डियों और मिट्टी जैसी विविधतापूर्ण वस्तुओं से निर्मित किए जाते थे। महिलाएँ एवं पुरुष दोनों ही कण्ठहार, पट्टिका, बाजूबंद और अँगूठी पहनते थे। जबकि पायल, कर्धनी और मनके केवल महिलाएँ पहनती थीं।

Jewelry- Jewelry from the Harappan civilization was made from a wide variety of items ranging from precious metals, gems to bones and clay. Both men and women wore necklaces, plaques, armlets and rings. Whereas anklets, kardhani and bead were worn only by women.

ये मनके मुख्य रूप से कोर्नलियन, नीलम, क्वार्ट्ज और स्टेटाइट से बनाए जाते थे। कालीबंगा एवं लोथल से इन मानकों के कारखाने के साक्ष्य मिले हैं। यहाँ पर बड़े पैमाने पर मनके बनाये जाते थे।

These beads were mainly made from cornelian, sapphire, quartz and statite. Evidence of factories of these standards has been found from Kalibanga and Lothal. Beads were made on a large scale here.

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कपड़ों के लिए, हड़प्पाई लोग कपास और ऊन का प्रयोग करते थे। अमीरों और गरीबों दोनों द्वारा इन्हें समान रूप से काता जाता था। प्राप्त साक्ष्यों से ज्ञात होता है कि ये लोग फैशन के प्रति सजग थे। मूर्तियों में बाल एवं दाढ़ी के सौंदर्य-प्रसाधन की अलग-अलग शैलियाँ प्राप्त हुई हैं।

For clothing, the Harappans used cotton and wool. These were spun equally by both the rich and the poor. It is known from the evidence received that these people were fashion conscious. Different styles of hair and beard cosmetics have been found in the sculptures.

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धन्यवाद।।
R F Temre
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Thank you.
R F Temre
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